चलो आज पैसों के दम पर कुछ ज़िंदगियों से खेलें,
चलो दिलवायें डोमिनोज़ के खाली गत्तों पर कुछ खुरच खुरच लिखते उन गरीब बच्चों को क़िताब पेंसिलें, फिर किनारे बैठ नियती का चेहरा देखें!
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