साँसों की तितलियाँ
Wednesday, December 6, 2017
तीर
यूँ ही
कैसे
ले लेता
जान
तीर उनका
ज़हर बुझा,
एक सीना
भी तो
दरकार था
जो मैंने
दिया नहीं...
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