नन्हे बाएँ हाथ से
सड़क के दरिया को लाँघते
चौराहे पर
मगरमच्छ की तरह
उसकी ओर बढ़ते
कारों ट्रकों और बसों के झुण्ड को
उसनें रोकने की बहुत कोशिश की
॰॰॰॰॰वो नहीं रुके।
डरी
सहमी सी
वो बच्ची
रो ही पड़ती,
लाल बत्ती से झुंझलाई गुस्साई गाड़ियों
से घबरा ही जाती
अगर उसके
दायें हाथ में
उसके प्यारे पापा
के हाथ की
वो छोटी सी
उंगली न होती ।
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