Saturday, February 23, 2013

उंगली


नन्हे बाएँ हाथ से
सड़क के दरिया को लाँघते
चौराहे पर
मगरमच्छ की तरह
उसकी ओर बढ़ते
कारों ट्रकों और बसों के झुण्ड को
उसनें रोकने की बहुत कोशिश की
॰॰॰॰॰वो नहीं रुके।

डरी
सहमी सी
वो बच्ची
रो ही पड़ती,
लाल बत्ती से झुंझलाई गुस्साई गाड़ियों
से घबरा ही जाती
अगर उसके
दायें हाथ में
उसके प्यारे पापा
के हाथ की
वो छोटी सी
उंगली न होती ।

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