साँसों की तितलियाँ
Monday, March 21, 2016
कम
दिल
न जले
किसी का
सो साँस कम लेते हैं,
धड़कनों
की धमक से भी
उबलते हैं
खूँ यहाँ।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment