साँसों की तितलियाँ
Monday, August 12, 2013
स्याही
स्याही के
ख़त्म होने से
कलम के
लिखने का
क्या?
कुरेदती रहेगी
काग़ज़ को,
हर्फ़ों का
आँखों से
क्या?
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