तेरी फर्राटेदार रफ़्तार से जो जो छूट रहे हैं पीछे उन्हें छुपाऊँ या हटाता चलूँ?
ऐ ज़माने किन से है तू बता दे, तुझे बनाता या मिटाता चलूँ।
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