भाषा सही सीखी होती तो आज यूँ सड़क पर न होते,
बिना दुश्मनी के कोई क्यूँ लगाता ढाबे में आग! गर "तुरन्त चाहिए मसालची" की जगह "मशालची" न लिखते!
No comments:
Post a Comment