साँसों की तितलियाँ
Saturday, November 14, 2015
ग्लानि
डेमोक्रेसी
राज शाहों को
बहुत रास आई,
आत्म ग्लानि
थी जितनी,
जंग ए रायशुमारी में
काम आई!
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