साँसों की तितलियाँ
Sunday, November 29, 2015
ज़िंदा
आपके
इन्तक़ाल की
ख़बर
मुझे
बहुत देर से
मिली,
मरने के बाद भी
आप
एक अर्सा
थे
ज़िंदा!
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