शुक्र है ऐसी बदतमीज़ी से नहीं पेश आये जनाब जलाते समय जोत दुकान के मन्दिर में,
भाग जाता वरना भगवान् भी ग्राहक की तरह कभी न लौटने के वास्ते।
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