Sunday, November 8, 2015

भेड़

हर
भेड़ के
तन पर
ऊन नहीं होती,

नहीं होती
पीछे
छोटी सी
पूँछ।

न होते हैं
सर पर
घुमावदार
छोटे छोटे सींग,

बस फ़ितरत
आँख मुंदे
इंसानों सी,

भीड़ के
भेड़ियों की
खाल में
मासूमों सी!

No comments:

Post a Comment