साँसों की तितलियाँ
Wednesday, November 11, 2015
एक ईश्वर
छूट गया है
एक ईश्वर
तेरी
इस
विशाल पूजा में,
मेरे भाई!
तेरे अहम्
की मूर्ति
कहाँ है?
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