मैंने तो सहानुभूतिपूर्वक नुक्सान रोकने हेतु ही कहा था कि भाई साहब गिर रहा है पल पल बाद आपके मुँह से साफ़ सड़क पर थूक,
वो तिलमिला के तपाक बोले- दिखता नहीं आपको! गिर नहीं रहा ख़ुद थूक रहा हूँ!
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