साँसों की तितलियाँ
Friday, October 30, 2015
इंतज़ार
समुन्दर दे गर्भ विच उम्मीद च तर्दियाँ माँवाँ दे गर्भ च मूँदे लेटे ने अजे वी किन्ने ऐलन, नौ महीने बाद वी अजे किन्ना कु करण होर इंतज़ार...?
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