कदों तक करेंगा तरले आपणे भविक्ख दे,
जेड़ा रुलदा ए तेरे पैराँ च चिराँ तों, पहलाँ उस ग़रीब अज्ज नूँ ताँ पेयार दी भिक्ख दे!
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