साँसों की तितलियाँ
Thursday, August 28, 2014
सेहरा
नाकामी
तेरी
कामयाबी का
कुछ तो सेहरा
मेरे
सर बंधे,
मेरे
कंधे
के बिना
क्या उठता
जनाज़ा
मेरा।
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