ये क्यूँ ले आये हो नवजात को वृन्दावन?
घर तो लाते, ब्याह तक तो रुकते,
पिलाएगा कौन इसे दूध यहाँ पर, इसकी छाती में दूध सूखने तक तो रुकते।
त्यागते निकालते घर से पति के जी चुकने के बाद, बेटों के मुँह मोड़ने तक तो रुकते।
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