मेरे ही कमरे में हैं किशोर,
गा रहे हैं सुन रहा हूँ मैं,
पहले कब मिला था उनसे, जो मिलने का अब सवाल है,
ज़िन्दा हैं मेरी दुनिया में, कम इतना क्या कमाल है!
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