आसमान में इधर उधर ख़ुशी से घूमते पंछी, इससे पहले के तू मुझे शुक्रिया कहे, बता दूँ मैं ही तुझे कितना हूँ मुत्मइन तुझे आज़ाद छोड़, छोड़ लटकता इस खाली पिंजरे को इस दूकान पर ही, इसे न खरीद!
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