लाला जी!
बेटी का जनम क्रैडिट में चढ़ाऊँ या डैबिट में,
ऐसेट में दिखाऊँ या लायबिलिटी में,
होनहार वफ़ादार मुंशी ने डरते डरते हाथ में नमकदानी पकड़ पूछा।
No comments:
Post a Comment