साँसों की तितलियाँ
Wednesday, August 13, 2014
मय
करूँगा
रात को
तुमसे बात
जब
सिर्फ़
मय पीयोगे,
दिन के
तमाम
नशों में
क्या
मेरी बात
सुनोगे!
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