मदमस्त हाथी सी चल रही हो जो दुनिया, तुम्हारे मेहंदी लगे पाज़ेब जड़े पैरों तले क्या क्या कौन कौन जाता है कुचला, उठाओ तो नक्शीन घाघरा अपना, ज़रा देख तो लो।
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