पिछली इस और अगली सारी दीवालियों की आपको सुविधा अनुसार रिवायतन मनचाही मनमोहिनी मनघडंत मन बहलाऊ स्वसम्मोहित शुभकामनायें।
चाहने से ही सपनों में मिल जाये आपको आपकी हक़ीकत, जागना न पड़े।
No comments:
Post a Comment