जंगल के फूल को कब किसने जूड़े में सजाया, गुलदस्ते में बाँधा, इत्र में घोला, ईश पर चढ़ाया?
बाज़ार ओ मीना में कहाँ क़ायनात की महक, किसने बताया?
No comments:
Post a Comment