पूँजी की खुशियाँ, पूँजीवाद का संतोष, सम्पत्ति की शान्ति, कैसे करूँ भेंट,
क्या आशीष लाऊँ आपको इस दीवाली ज़ुबान भर, क्या कहूँ।
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