कौमी अख़बार के पहले पन्ने की बाईं ओर के चार उंगली के कॉलम में छपवाने अपने चले जाने की ख़बर, ताउम्र जीता रहा तीसरे पन्ने के विज्ञापनों के ऊपर,
रह गया बनके बायोग्राफ़ी, अपनी आत्मकथा न पढ़ पाया।
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