क्यूँ लगाया है ताला फ़ौजी भाई आपने अपने ट्रंक पर?
कीमती किस्से बहादुरी के, जंग, ज़िन्दगी और मौत के, वतन की इज्ज़त और अमन की गारंटी,
सभी जब उठाये हो खुले में सामने अपने कमाये जिस्म पर?
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