न ब्याह मुझको मेरी माई, मेरी बात सुन,
सम्हालने दे ताउम्र यूहीं तेरे न हुए बेटे की तरह तेरी ये दुकान, स्वावलम्बी आज़ाद खुश रहने दे।
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