साँसों की तितलियाँ
Tuesday, May 10, 2016
तरस
न खा
मुझपे तरस
अपनी खुशनसीबी का,
ख़ुदा को
सलाम दे,
कर दुआ
दे मुझे
रही ख़ुमारी से निजाद,
तुझे होश दे।
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