मत सोच बिन मुझे बताये, मैं समझता हूँ तुम्हें बिन सुने,
नहीं जानता क्या हो असल में सोचते तुम, बता दूँ मगर तुम्हें, बहुत सोचता हूँ मैं।
No comments:
Post a Comment