Wednesday, May 4, 2016

ग़म

हाँ
तू यक़ीनन
हो सकता था
पैदा
यूरोप
या अमरीका में,

जैसे कि
उतर सकता था
इथियोपिया
नॉर्थ कोरिया
अफ़ग़ानिस्तान
या ग्रीस के तट पर
डूबने समन्दर में
करते पलायन
सपरिवार
अँधेरे अँधेरे,

पर
पंजाब के खेत भी
कहाँ
जन्नत से कम हैं,
पीरों की रहमत है
जब
तेरे सर पे
किस बात का फिर
तुझे
ग़म है!

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