Thursday, April 17, 2014

पैसे

आपनें
तो
झट से
पैसे निकाल
फट से
मँगवा लिया
मनपसंद
खाना,
और
खाते हो।

कहो
तो,
मैं
किस से
लाऊँ
जो दूँ
और
खाने को
कुछ
पाऊँ-

बोलीं
हाइवे के
ढाबे में
मेरे टेबल
के सामने
खड़े
उस
मासूम
कुत्ते की
भूखी
आँखें।

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