Thursday, August 17, 2017

भरा

पछतावे
धोखे
डर
मजबूरियाँ
ग़लतफ़हमियाँ
अरमान
संगीत
निर्वाण,

ज़रा
हिला के तो देख
वो शक़्स
किस शै से
भरा है।

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