वो गाय की जुगाली, वो तुम्हारा बबल गम खाना,
वो उसके दूध की बरकत, वो तुम्हारा धरती पर थूकना,
हाय! उसकी सज़ा, तौबा तुम्हारी क़िस्मत!
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