न स्टैण्डर्ड न हाई डैफ़िनिशन मन का पटल,
तैरती तस्वीरों की कशिश बेमिसाल मगर।
न स्टीरियोफ़ोनिक न डॉल्बी ज़हन की आवाज़ें, माज़ी की पुकार मधुर मगर,
न रंगीन न श्याम श्वेत अतीत की यादें, आँसुओं के इन्द्रधनुष आर पार मगर।
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