साँसों की तितलियाँ
Saturday, July 26, 2014
फव्वारा
उठते
फूटते हो
मिट्टी के
फव्वारे
की तरह,
फलते
फूलते
बरसते हो,
बाग ए फिरदौस
के पेड़ हो,
उसके
बच्चे।
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