वो इत्तेफ़ाकन था कि उस दिन शुक्रवार था और मास की तेरहवीं थी जब ईसा को मिली थी सूली,
वरना कौन देखता है दिन या वार चढ़ाने भीतर या बाहर का यीशू सूली पर आज!
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