असामाजिक उत्पाती बंदरों को पता था
विधि का भौंकता खुंखार कुत्ता बंधा था
शालीनता से अनदेखा कर मसरूफ़ रह गुज़र गये
सभ्यता को सुरक्षा का इत्मिनान रहा
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