साँसों की तितलियाँ
Friday, February 21, 2014
दुश्वारी
ज़रूर करते ये हसरत भी आपकी पूरी,एक दुश्वारी है
अभी इत्तेफाकन याद आया, ये ज़िन्दगी हमारी है |
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