इतना सन्नाटा सा
क्यों है
दुनिया सारी सोई है
या सो ही गयी है?
मैं जल्दी उठ गया हूँ
या मैं ही बचा हूँ?
पर्दे के दरीचे से
दिखती है
बाहर
कालिख के बीच
पौ फटी है
या किसी और वक्त के
और आसमां का
रंग ऐसा है?
जल्द कहो
हर तरफ़
सन्नाटा सा क्यों है?
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