काट कर हाथ, भेज दिए उन्होनें, वाट्स एप्प पर, बजाते ताली,
शुक्र है, इशारे में भेजा पैग़ाम,
बोल के करते तारीफ़ तो कहीं ज़ुबान ही न भेजते!
No comments:
Post a Comment