बच्चो
आज
अख़बार में
अपनीं तस्वीर
देखी,
तुम्हारा पैगाम पढ़ा,
अच्छा लगा।
हमेशा से
ख्वाहिश थी
देखनें की
ख़ुद को
सुर्खियों में
चलो
यही
सही।
देख ले
आज
दुनिया
कि
मैं याद हूँ
तुम्हें
आज भी
कितना...
अच्छा लगा....
बस
अगले बरस
पन्ना तीसरा
और
इश्तहार
बड़ा रखना,
छपवाना
कारोबारों का भी नाम,
फ़ोन पता
सब लिखना।
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