टेलीफ़ोन की तारों के बीच यूँ लगा चाँद जैसे दो चॉपस्टिक्स में दबी चाँदी की कोई मीठी गोली।
फिर सोचता हूँ कहीं हो ही न चाँद उसी की चॉपस्टिक्स में उसी की गोली।
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