Friday, June 6, 2014

सुबह

चलो
उठो
जल्दी,
सबको
जगाओ,
दिन चढ़नें को है।

कहो
सबको
समेटें
फ़टाफ़ट
बिस्तरे,
धोएँ
मुहँ हाथ,
नहायें,
करे दातून,
हो जायें
ताज़ा,
बदलें
घुले कपड़े,
करें नाश्ता,
पहनें
जूते,
कवच और कुंडल,
उठायें तलवारें,
खोलें घोड़े
और
निकलें
लड़नें
पानीपत की
अगली
लड़ाई का
अगला दिन।

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