हज़ारों सिपाहियों से खड़े हैं
रास्ते में मेरे,
तन के सीधे, मुस्तैद, ऊँचे, चौड़े,
तलवारों सी शाखाओं वाले
ये पेड़!
कमाल तेरी हिफ़ाज़त,
गज़ब तेरा इस्तकबाल,
बुलंद तेरा परचम ।
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