Monday, May 12, 2014

चप्पल

वो
सामनें
सड़क पर
किसके
एक पैर की
चप्पल
औंधी
पड़ी है?

कौन
गिरा है
रास्ते में,
मंज़िल से पहले,
बिना ठोकर,
किसके
पैरों के
नीचे से
ज़मीन
गई है!

ढूँढो
वो
खुशनसीब,
लौटाओ
उसे
उसकी
किस्मत
का
खोया जूता,

उसके
पैरों
अभी
है बाक़ी
उसका
सफ़र,
अभी
मंज़िल को
उसकी
कुछ
उम्र
पड़ी है !

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