भागी तो बहुत उसके पीछे वो,
तेज़ तेज़ लगातार दम बेदम,
और पकड़ भी लिया उसे उसने,
मगर जी गई, तब तक, ज़िन्दगी, जैसे चाहती थी जीना, जितना...
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