रेत के कणों, सागर की बूंदों, हवा के झोंकों, आग की चिंगारियों में पहले ही हमेशा से लिखी थीं वो सारी कहानियाँ,
इन्सां को जैसे जैसे समझ आईं छापता रहा।
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